From which planets did the 'ancient aliens' come? | कौन से ग्रह-नक्षत्र से आए थे 'प्राचीन एलियंस' - Part-2

From which planets did the 'ancient aliens' come?- Part-2

 

वैज्ञानिकों ने कई सालों की रिसर्च के बाद यह पता लगाया कि 'ओरायन' एक ऐसा नक्षत्र है जिसका हमारी धरती से कोई गहरा संबंध है। भारतीय, मिस्र, मेसोपोटामिया, माया, ग्रीक और इंका आदि सभ्यताओं की पौराणिक कथाओं और तराशे गए पत्थरों पर अंकित चित्रों में इस 'नक्षत्र' संबंधी जो जानकारी है वह आश्चर्यजनक ढंग से एक समान है। वैज्ञानिक मानते हैं कि हमारे पूर्वज या कहें कि हमें दिशा-निर्देश देने वाले लोग 'ओरायन' नक्षत्र से आए थे।


 

 After many years of research, scientists discovered that 'Orion' is such a constellation that has a deep connection with our earth. The Indian, Egyptian, Mesopotamian, Maya, Greek and Inca civilizations have surprisingly similar information about this 'constellation' in mythology and carved stone paintings. Scientists believe that our ancestors or the people who gave us directions came from the constellation 'Orion'.

अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी ने हबल दूरबीन के द्वारा इस ओरायन तारामंडल के सटीक चित्र खींचे और बाद में वे दुनियाभर में प्रचारित किए।

The US space agency took accurate pictures of this Orion constellation with the Hubble telescope and later they were publicized around the world.

 क्या है ओरायन कॉन्स्टलेशन (orian constellation) : भारत में 'ओरायन' नक्षत्र को 'मृगशिरा' कहा जाता है। हिंदू धर्म में मार्गशीर्ष माह और मृगशिरा नक्षत्र बहुत पवित्र माना जाता है। हिन्दू पंचांग के अनुसार वर्ष के नवम माह का नाम मार्गशीर्ष है। इस माह को अगहन भी कहा जाता है। सतयुग में देवों ने मार्गशीर्ष मास की प्रथम तिथि को ही वर्ष प्रारंभ किया।


 

What is Orion constellation: In India, the 'Orion' constellation is called 'Mrigashira'. Margashirsha month and Mrigashira Nakshatra are considered very sacred in Hinduism. According to the Hindu calendar, the name of the ninth month of the year is Margashirsha. This month is also called Aghan. In Satyuga, the gods started the year on the first date of the month of Margashirsha.

हमारे आकाश को वैज्ञानिकों ने 88 तारामंडलों में बांटा है। भारतीय ज्योतिष ने 27 नक्षत्रों में बांटा है। मृगशिरा नक्षत्र आकाश मंडल में पांचवां नक्षत्र है। मृगशिरा का शाब्दिक अर्थ है मृग का शिर अर्थात हिरण का सिर। मृगशिरा तारामंडल में हमारी पृथ्वी जैसी हजारों पृथ्वियों के होने का अनुमान है।

Scientists have divided our sky into 88 constellations. Indian astrology has divided into 27 constellations. Mrigashira Nakshatra is the fifth constellation in the sky circle. Mrigashira literally means head of antelope i.e. head of deer. There are estimated to be thousands of Earths like our Earth in the Mrigashira constellation. 

ओरायन के तारे : हमारी धरती से 1500 प्रकाशवर्ष दूर 'ओरायन' तारामंडल में वैसे तो दर्जनों तारे हैं लेकिन प्रमुख 7 तारे हैं। इस तारामंडल में तीन तेजी से चमकने वाले तारे एक सीधी लकीर में हैं, जिसे 'शिकारी का कमरबंद' (ओरायन की बेल्ट) कहा जाता है। सात मुख्य तारे इस प्रकार हैं- आद्रा (बीटलजूस), राजन्य (राइजॅल), बॅलाट्रिक्स, मिन्ताक, ऍप्सिलन ओरायोनिस, जेटा ओरायोनिस, कापा ओरायोनिस। इसमें आद्रा तारा, राजन्य तारा और बॅलाट्रिक्स तारा सबसे कांतिमय और विशालकाय है, जो धरती से स्पष्ट दिखाई देते हैं।

 


Stars of Orion: There are dozens of stars in the 'Orion' constellation, 1500 light years away from our earth, but there are 7 major stars. The constellation consists of three fast-brightening stars in a straight line called the 'hunter's waistband' (Orion's belt). The seven main stars are as follows – Adra (Beetlejuice), Rajanya (Rizzle), Bellatrix, Mintak, Epsilon Orionis, Zeta Orionis, Kapa Orionis. In this, Adra Tara, Rajanya Tara and Bellatrix Tara are the brightest and most massive, which are clearly visible from Earth.

भारतीय मान्यता अनुसार : मृगशिरा नक्षत्र आकाश में काफी फैला हुआ है। इसके तीन चमकीले छोटे तारे एक सीधी रेखा में हैं और बड़े खूबसूरत हैं। उन्हें त्रिकांड कहते हैं। उनके कारण मृग को पहचानना बहुत सरल है। त्रिकांड के चारों ओर आयताकार चार तारे हैं और नीचे की ओर तीन छोटे-छोटे तारे हैं। त्रिकांड की बाईं ओर व्याध तथा दाईं ओर रोहिणी का बड़ा तारा है और ये पांच एक सीधी रेखा में हैं। व्याध से थोड़ा ऊपर पुनर्वसु नक्षत्र के चार चमकीले तारे हैं। पुनर्वसु, रोहिणी व आर्द्रा, नक्षत्रों की पहचान भी कर सकते हैं।


According to Indian belief: Mrigashira Nakshatra is very spread in the sky. Its three bright little stars are in a straight line and are very beautiful. They are called triangles. Because of them it is very easy to recognize antelope. There are four rectangular stars around the triangle and three smaller stars at the bottom. On the left side of the trikand is the big star of the huntsman and on the right side the big star of Rohini and these five are in a straight line. Just above the hunts are the four bright stars of Punarvasu Nakshatra. Punarvasu, Rohini and Ardra can also identify the constellations.

 

Be sure to read the third part of this story to know more.

अधिक जानने के लिए इस कहानी का तीसरा भाग अवश्य पढ़ें।

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