फिर बदला कोरोना वायरस: बीटा वैरिएंट का म्यूटेशन आक्रामक डेल्टा में पहुंचा, एंटीबॉडी पर करता है हमला.
Then changed corona virus: mutation of beta variant reached aggressive delta, attacks antibodies.
वैज्ञानिकों ने इस म्यूटेशन की पहचान K417N के नाम से की है। यह B.1.617 (डेल्टा) वैरिएंट में मिला है। इसलिए इसे B.1.617.2.1 नाम भी दिया है। साथ ही इसे AY.1 के नाम से भी जाना जा रहा है।
Scientists have identified this mutation as K417N. It is available in B.1.617 (Delta) variant. Hence it is also named as B.1.617.2.1. Also it is being known as AY.1.
एक बार फिर कोरोना वायरस ने वैज्ञानिकों के होश उड़ा दिए हैं। इस बार वायरस ने ऐसा रुप बदला है कि दूसरी लहर में तबाही मचाने वाला डेल्टा वैरिएंट और भी अधिक आक्रामक नजर आ रहा है। देश के छह राज्यों में अब तक आठ सैंपल में पुष्टि हो चुकी है कि अभी तक बीटा वैरिएंट में मिलने वाला म्यूटेशन अब डेल्टा में भी जा पहुंचा है जिसे डेल्टा प्लस कहा जा रहा है।
Once again the corona virus has blown the senses of scientists. This time the virus has changed in such a way that the delta variant, which caused havoc in the second wave, looks even more aggressive. So far, eight samples have been confirmed in six states of the country that so far the mutation found in the beta variant has now also reached the delta which is being called delta plus.
जानकारी के अनुसार तमिलनाडु में सर्वाधिक तीन मरीजों में इसकी पहचान हुई है। इनके अलावा महाराष्ट्र, गुजरात, ओडिशा, कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में एक-एक मरीज सामने आया है। जबकि दिल्ली, बिहार, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश और राजस्थान से पहुंचे सैंपल की सिक्वेसिंग का परिणाम आना अभी बाकी है।
According to the information, it has been identified in the maximum three patients in Tamil Nadu. Apart from these, one patient each has been reported in Maharashtra, Gujarat, Odisha, Karnataka and Andhra Pradesh. Whereas the result of sequencing of samples arrived from Delhi, Bihar, Uttar Pradesh, Madhya Pradesh and Rajasthan is yet to come.
अभी तक यह म्यूटेशन वैज्ञानिकों की नजरों में नहीं था क्योंकि भारत में जीनोम सिक्वेसिंग पर्याप्त मात्रा में नहीं की जा रही है। पांच अप्रैल से 15 मई के बीच पहुंचे सैंपल की जांच की गई तो एक नहीं बल्कि आठ सैंपल में नया म्यूटेशन मिला है। यह सभी सैंपल डेल्टा वैरिएंट से संक्रमित थे।
Till now this mutation was not in the eyes of scientists because genome sequencing is not being done in sufficient quantity in India. When the samples arrived between April 5 and May 15 were examined, not one but a new mutation was found in eight samples. All these samples were infected with the delta variant.
भारत की तरह यूके सहित अन्य देशों में भी यह म्यूटेशन 29 मार्च से 11 जून के बीच अचानक से सामने आया है। आउटब्रेक डॉट इन्फो वेबसाइट के अनुसार विश्व स्तर पर 150 मरीजों में यह म्यूटेशन मिला है। अमेरिका में 43 और यूके में 39 सैंपल में इसकी पहचान हुई है।
Like India, this mutation has suddenly appeared between March 29 and June 11 in other countries including the UK. According to the Outbreak.info website, this mutation has been found in 150 patients globally. It has been identified in 43 samples in the US and 39 in the UK.
आधी से भी कम कर दे रहा एंटीबॉडी
K417N म्यूटेशन वायरस के स्पाइक प्रोटीन में 417 तरह के बदलाव लेकर आया है जो सीधे तौर पर इंसान के शरीर में मौजूद एंटीबॉडी पर हमला करता है। यानि ये वैरिएंट इतना ताकतवर है कि इससे न सिर्फ लोगों को एक से अधिक बार कोरोना संक्रमण हो सकता है बल्कि वैक्सीन लगाने के बाद भी संक्रमित होने की आशंका काफी बढ़ जाती है जिसे ब्रेक थ्रू इंफेक्शन कहा जाता है।
Reducing antibodies by less than half
The K417N mutation has brought about 417 changes in the spike protein of the virus, which directly attacks the antibodies present in the human body. That is, this variant is so powerful that not only can people get corona infection more than once, but even after applying the vaccine, the possibility of getting infected increases significantly, which is called break through infection.
चार महीने पहले आया डेल्टा, म्यूटेशन कई
B.1.617.2.1 (डेल्टा) वैरिएंट के स्पाइक प्रोटीन में D614G, K417N, P618R, T19R, D950N, T478K और L452R म्यूटेशन अभी तक मिल चुके हैं। जबकि del157/158 म्यूटेशन अब गायब हो चुका है। डेल्टा वैरिएंट को आक्रामक D614G म्यूटेशन ने बनाया हुआ था। जिसकी झलक भारत ने दूसरी लहर के रुप में देखी है लेकिन अब K417N म्यूटेशन भी हुआ है, जोकि कुछ समय पहले बीटा B.1.351 वैरिएंट में मिला था।
Delta, mutations and many came four months ago,
The D614G, K417N, P618R, T19R, D950N, T478K and L452R mutations have been found so far in the spike protein of the B.1.617.2.1 (delta) variant. Whereas the del157/158 mutation has now disappeared. The delta variant was created by the invasive D614G mutation. Which India has seen in the form of second wave but now K417N mutation has also happened, which was found sometime back in beta B.1.351 variant.
जानलेवा नहीं, लेकिन गंभीर भी कम नहीं
नई दिल्ली स्थित आईजीआईबी के विनोद स्कारिया ने बताया कि यह काफी गंभीर भी हो सकता है क्योंकि बीते सात जून को पब्लिक हेल्थ यूके की रिपोर्ट में कहा गया है कि इंग्लैंड में 36 लोगों में इसकी पहचान हुई है जिन्होंने वैक्सीन लिया था और दो लोगों में वैक्सीन लेने के बाद संक्रमण हुआ है। मौत किसी भी मरीज की नहीं हुई है। हालांकि इस पर और अधिक अध्ययन अभी आना बाकी हैं। अभी तक जो सबूत सामने आए हैं उनके आधार पर यह कहा जा सकता है कि K417N म्यूटेशन कॉकटेल दवा का असर कम कर सकता है जिसे दिल्ली सहित कुछ महानगरों के प्राइवेट अस्पताल मरीजों को दे रहे हैं जिसकी एक खुराक कम से कम 59 हजार रुपये की है।
Not fatal, but no less serious Vinod Scaria of the New Delhi-based IGIB said that it can also be very serious because a Public Health UK report on June 7 said that it has been identified in 36 people in England who had taken the vaccine and two people had the vaccine. infection has occurred after taking. No patient has died. However, more studies on this are yet to come. Based on the evidence that has come to the fore so far, it can be said that the K417N mutation cocktail can reduce the effect of the drug, which private hospitals in some metropolitan cities including Delhi are giving patients, whose one dose is at least 59 thousand rupees.
अब तक इन वैरिएंट में भी मिला डेल्टा प्लस का म्यूटेशन
वैरिएंट K417N
B.1.351.1 100
AY.1 99
B.1.351.2 98
B.1.351.3 98
B.1.351 96
(K417N म्यूटेशन कई वैरिएंट में मिल चुका है लेकिन डेल्टा वैरिएंट में पहली बार मिला है)
So far, the mutation of Delta Plus has been found in these variants too.
Variant K417N
B.1.351.1 100
AY.1 99
B.1.351.2 98
B.1.351.3 98
B.1.351 96
(K417N mutation found in multiple variants but first in delta variant)